-28%

Brown Bling Cloves 100g (100 g) (Laung)

Original price was: ₹300.00.Current price is: ₹215.00.

In The Box
Sales Package
  •  Cloves 1 x 100g Pouch
pack_of
  • 1
General
Brand
  • humic india
Type
  • Cloves
Form Factor
  • Whole
Quantity
  • 100 g
Container Type
  • Pouch
Gourmet
  • Yes
Added Preservatives
  • No
Maximum Shelf Life
  • 6 Months
Organic
  • No
Ingredients
  • Cloves
Caloric Value
  • 270 cal||kcal
Nutrient Content
  • Energy: 270Cal, Fat: 13g, Carbohydrates: 66g, Sodium: 280mg, Protein: 6g
Ready Masala
  • No
Additional Features
  Ask a Question
Category:

Description

लौंग एक सदाबाहर पेड़ होता है। इस पेड़ के फूलों की सूखी कलियों का इस्तेमाल प्राचीन काल से किया जाता रहा है। भारत में लौंग का इस्तेमाल मसाले के रूप में काफी प्रचलित है। इसका वैज्ञानिक नाम सीजिजियम अरोमैटिकम (Syzygium Aromaticum) है। लगभग 9 साल बाद लौंग के एक वृक्ष में कली लगती है, जिसे सुखाने पर लौंग बनाया जा सकता है।

1. ओरल हेल्थ

लौंग की कलियां ओरल माइक्रो ऑर्गेनिज्म (मुंह में उत्पन्न होने वाले सूक्ष्म जीवों) को 70 प्रतिशत कम कर सकती हैं। इसी वजह से कई टूथपेस्ट में लौंग का इस्तेमाल किया जाता है। तुलसी, टी-ट्री ऑयल के साथ लौंग का इस्तेमाल करके घर पर ही बनाया गया माउथ वॉश ओरल हेल्थ को बेहतर रख सकता है (2)

लौंग का तेल भी विभिन्न पीरियडोंटल पैथोजेन (Periodontal Pathogens) से बचाव कर सकता है। यह वो बैक्टीरिया होते हैं, जो मसूड़ों में इंफेक्शन का कारण बनते हैं (2)। दांतों में होने वाले दर्द को कम करने के लिए लौंग काफी फायदेमंद माना जाता है। लौंग में यूजेनॉल (Eugenol) नामक तत्व दांतों के दर्द को कम करने का काम कर सकता है। यह प्लाक और कैरिज से भी दांतों को बचा सकता है

2. सर्दी-खांसी

लौंग के गुण में खांसी और सर्दी से बचाव भी शामिल है। लौंग में एंटीइंफ्लेमेटरी प्रभाव होता है, जो सर्दी और खांसी को कम कर सकता है। दरअसल, यह एक्सपेक्टोरेंट की तरह काम करता है, जो पूरे बलगम को मुंह से निकालकर ऊपरी श्वसन तंत्र को साफ कर सकता है

3. डायबिटीज

लौंग का इस्तेमाल मधुमेह को कुछ हद तक नियंत्रित करना भी शामिल है। मधुमेह वो चिकित्सकीय स्थिति है, जिसके अंतर्गत रक्त में शर्करा की मात्रा अधिक हो जाती है। लौंग ब्लड ग्लूकोज को कम करके डायबिटीज को कंट्रोल कर सकता है (5)

एक अन्य शोध में कहा गया है कि लौंग में एंटीहाइपरग्लाइसेमिक, हाइपोलिपिडेमिक और हेपेटोप्रोटेक्टिव गुण होते हैं। यह डायबिटीज की समस्या को कम करने के साथ ही लिपिड में सुधार करने और लिवर को बचाने का काम कर सकता है (6)। लोंग के साथ ही लौंग का तेल भी ग्लूकोज को कम करने, लिपिड प्रोफाइल को सुधारने और किडनी संबंधी समस्या से डायबिटीज के मरीजों को बचाने का काम कर सकता है

4. इंफ्लेमेशन से लड़ने के लिए

लौंग इंफ्लेमेशन से लड़ने में भी मददगार हो सकता है। लौंग में यूजेनॉल (Eugenol) नामक कंपाउंड पाया जाता है, जो शरीर में एंटीइंफ्लेमेटरी एंजेंट की तरह कार्य कर सकता है। यह कंपाउंड इंफ्लेमेशन के कारण होने वाली बीमारियों और स्किन संबंधी समस्याओं से बचाने का काम कर सकता है (8)। इंफ्लेमेशन की वजह से होने वाले एक्ने को कम करने में भी लौंग लाभदायक हो सकता है

5. पाचन के लिए लौंग खाने के फायदे

लौंग शरीर के एंजाइम्स को उत्तेजित और पाचन तंत्र को बूस्ट करने का काम कर सकता है।  इसका सेवन आंत में होने वाली जलन के स्तर को कम कर सकता है और अपच की समस्या को ठीक कर सकता है। लौंग पाचन संबंधी समस्या जैसे पेट का फूलना, गैस, अपच, मतली, डायरिया और उल्टी के लक्षणों से राहत दिला सकता है। इसके अलावा, लौंग और इसका तेल पेप्टिक अल्सर के लक्षण को भी कम कर सकता हैलौंग का तेल गैस्ट्रिक म्यूकस को बढ़ाने में मदद करता है, जो पेट को सुरक्षा प्रदान करता है, लेकिन इस संबंध में अभी और रिसर्च की जरूरत है। वहीं, लौंग में 1 चम्मच शहद मिलाकर सोने से पहले लेने की सलाह दी जाती है। हां, पाचन संबंधी परेशानी बढ़ने पर डॉक्टर से संपर्क जरूर करें।

6. वजन कम करने के लिए लवंग खाने के फायदे

वजन कम करने में लौंग भी मदद कर सकता है। पौष्टिक डाइट के साथ ही नियमित रूप से लौंग का सेवन वजन नियंत्रित करने के लिए किया जा सकता है। डाइटिशियन नेहा श्रीवास्तव के मुताबिक, लौंग मेटाबॉलिज्म को बढ़ावा देकर वैट मैनेजमेंट में मदद कर सकता है। घरेलू उपाय के साथ ही वजन कम करने के लिए योग व एक्सरसाइज करना भी जरूरी है।

7. कैंसर के लिए लौंग के लाभ

मेडिकल शोध के अनुसार लौंग ट्यूमर को बढ़ने से रोक सकता है। लौंग के एथिल एसीटेट अर्क में एंटी-ट्यूमर गतिविधि पाई गई है, जिस वजह से इसका इस्तेमाल कैंसर के जोखिम को कम करने के लिए किया जा सकता है। रिसर्च में बताया गया है कि ओलिक एसिड की मौजूदगी की वजह से लौंग एंटी-ट्यूमर प्रभाव को प्रदर्शित कर सकता है (13)। रिसर्च में लौंग के एंटी-ट्यूमर प्रभाव की क्षमता को जांचने के लिए अधिक शोध की सलाह दी गई है।

9. सिरदर्द और दांत दर्द

पारंपरिक रूप से सिरदर्द से राहत के लिए लौंग का उपयोग किया जाता रहा है (13)। लौंग में एनाल्जेसिक गुण होते हैं, जो दांत दर्द से भी राहत दिला सकता है। इसके अलावा, लौंग का तेल भी दांत और सिर दर्द को कम करने में मदद कर सकता है (4)। लौंग के तेल को दांत में लगाने से और लौंग व उसके तेल को सूंघने से सिरदर्द कम हो सकता है (14)। 

10. लिवर के लिए लवंग खाने के फायदे

लौंग का पानी पीने के फायदे में लिवर स्वास्थ्य भी शामिल है (4)। एक स्टडी में कहा गया है कि पैरासिटामोल की वजह से होने वाले लिवर इंजरी को कम करने में लौंग मदद कर सकता है। यह साइटोप्लाज्मिक एंजाइम्स में सुधार करके लिवर इंजरी से बचाव कर सकता है (14)। ध्यान दें कि लिवर संबंधी समस्या के लिए लौंग पर निर्भर नहीं रहा जा सकता है। इसके लिए डॉक्टर से संपर्क करना जरूरी है।

11. टेस्टोस्टेरोन के स्तर के लिए लौंग

बनारस हिंदू विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं का कहना है कि लौंग का प्रयोग अगर संयमित मात्रा किया जाए, तो यह टेस्टोस्टेरोन के उत्पादन में मदद कर सकता है। हालांकि, रिसर्च में कहा गया है कि इसकी अधिक मात्रा टेस्टोस्टेरोन उत्पादन को कम भी कर सकती है (15)। 

12. अस्थमा के लिए लौंग के उपाय

लौंग में यूजेनॉल (Eugenol) कंपाउंड होता है, जिसे अस्थमा के लिए अच्छा माना जाता है। एक शोध के अनुसार, यह कंपाउंड एंटीअस्थमेटिक प्रभाव को प्रदर्शित करता है, जिस वजह से अस्थमा से होने वाली परेशानी को कम करने में लौंग सहायता कर सकता है। रिसर्च में कहा गया है कि लौंग में मौजूद ब्रोन्कोडायलेटर और इम्यूनोमॉड्यूलेटरी गुणों की वजह से यह एंटी-अस्थमेटिक ड्रग जैसी क्षमता दिखा सकता है (16)।

लौंग के तेल की सुगंध नाक की नली को साफ करने में मदद करते हैं। साथ ही अस्थमा, खांसी, जुकाम, साइनस, ब्रोंकाइटिस जैसी समस्याओं को शांत कर सकते हैं। अस्थमा से राहत पाने के लिए लौंग व इसके तेल के साथ शहद और लहसुन के मिश्रण का सेवन किया जा सकता है

13. हड्डियों के लिए लौंग

हड्डियों को मजबूत बनाने में भी लौंग सहायक हो सकता है। दरअसल, लौंग में मैंगनीज होता है, जो हड्डियों को मजबूत बना सकता है (4)। एक रिसर्च में कहा गया है कि लौंग के हाइड्रोक्लोरिक अर्क में मौजूद यूजेनॉल हाइपोगोनैडल ऑस्टियोपोरोसिस (हड्डी संबंधी रोग) के खिलाफ लड़कर हड्डी-संरक्षण का कार्य कर सकता है (17)। 

14. कान का दर्द

लौंग के फायदे में कान के दर्द से राहत दिलाना भी शामिल है। कान के दर्द के लिए लौंग के तेल को उसमें मौजूद दर्द निवारक और एनेस्थेटिक नेचर की वजह से इस्तेमाल किया जा सकता है। इससे थोड़े समय के लिए दर्द का एहसास कम व खत्म हो सकता है। लौंग के तेल को अन्य तेल के साथ मिलाकर कॉटन की मदद से एयर कैनाल के पास रखा जा सकता है। इससे दर्द कम होने के साथ ही कान के संक्रमण से भी राहत मिल सकती है

15. एक्ने

त्वचा पर होने वाले एक्ने और पिम्पल को कम करने में भी लौंग का उपयोग किया जा सकता है। लौंग में मौजूद यूजेनॉल कंपाउंड एक्ने के कारण होने वाले इंफ्लेमेटरी रिस्पॉन्स को कम कर सकता है। अर्थात एक्ने बैक्टीरिया की वजह से होने वाले स्किन इंफ्लेमेशन को भी कम करने में लौंग सहायक हो सकता है (9)। इसी वजह से घर पर लौंग के उपाय के लिए एक्ने को भी जाना जाता है।

No more offers for this product!

General Inquiries

There are no inquiries yet.