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Clove Bud Essential Oil (Laung oil) 15ml

Original price was: ₹200.00.Current price is: ₹140.00.

Sales Package
  • 100% Pure Clove Bud Essential Oil (15ml)
Pack of
  • 1
General
Brand
  • humic india
Model Name
  • Clove Bud Essential Oil for Hair Care, Acne, Healthy Teeth, Muscle Pain, Relaxation and Aromatherapy. 100% Pure, Natural, Undiluted and Therapeutic Grade Essential Oil
Quantity
  • 15 ml
Ideal For
  • Men & Women
Organic
  • Yes
Composition
  • 100 % Pure Steam Distilled Clove Bud Essential Oil
Fragrance
  • Clove Leaf
Professional Care
  • Yes
Application Area
  • Body
Skin Type
  • All Skin Types
Container Type
  • Bottle
Other Traits
  • Moisturizes Dry Skin, Soothes Irritation, Reduces Stomach Pain, Fights infections, Fights sore throat, Treats indigestion
Country of Origin
  • India
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Description

स्वाद बढ़ाने के अलावा, लौंग का तेल, विशेष रूप से कई स्वास्थ्य लाभ हैं। एंटीवायरल, एंटीबैक्टीरियल और एंटीफंगल गुण इसे एक लोकप्रिय घरेलू उपचार बनाते हैं। एंटीसेप्टिक संपत्ति का उपयोग घावों को ठीक करने में भी किया जाता है। लौंग का तेल त्वचा के घाव, बाल, पाचन, दांत के मुद्दों और रक्त की अशुद्धियों का इलाज करता है।

1. दांतों के लिए उपयुक्त

एनसीबीआई (नेशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इंफार्मेशन) की वेबसाइट पर प्रकाशित एक शोध में अनुसार, लौंग के तेल में यूजेनॉल नामक एक खास तत्व पाया जाता है। यूजेनॉल में एंटीबैक्टीरियल और एनस्थेटिक गुणों होते हैं। इसमें मौजूद एंटीबैक्टीरियल गुण दांतों को बैक्टीरियल संक्रमण से बचाने का काम कर सकता है और एनस्थेटिक गुण दांत दर्द में राहत दिलाने में सहयोग कर सकता है। वहीं, शोध में यह भी जिक्र मिलता है कि लौंग के तेल का उपयोग पहले दंत चिकित्सा में किया जाता था। साथ ही इसी शोध में इस बात का भी साफ जिक्र मिलता है कि लौंग का तेल एंटीऑक्सीडेंट गुणों से समृद्ध होता है और यह दांत दर्द के साथ-साथ दांतों की सफाई और मुंह की दुर्गंध को दूर करने में सहयोग कर सकता है (2)। एक कप गुनगुने पानी में तीन से चार बूंद लौंग का तेल मिलाकर गरारे व कुल्ला करने से मुंह का स्वास्थ्य भी ठीक रखा जा सकता है।

2. कैंसर से बचने के लिए लौंग के तेल का उपयोग

कैंसर एक घातक रोग है और इसकी रोकथाम ही इसका इलाज हो सकता है। यहां लौंग तेल का उपयोग कुछ हद तक मददगार हो सकता है। जैसा कि हमने ऊपर बताया कि लौंग के तेल में यूजेनॉल नामक एक खास तत्व पाया जाता है। एनसीबीआई की वेबसाइट पर दिए गए एक शोध के अनुसार, यह तत्व कैंसर से बचाव में कुछ हद तक मददगार हो सकता है। इस शोध में उन खास खाद्य पदार्थों और तत्वों को शामिल किया गया है, जो कैंसर से बचाव में मददगार हो सकते हैं, जिसमें यूजेनॉल का नाम भी शामिल है (3)। इस आधार पर कहा जा सकता है कि लौंग का तेल कैंसर के जोखिम को कम करने में कुछ हद तक सहायक हो सकता है। वहीं, पाठक इस बात का भी ध्यान रखें कि लौंग का तेल कैंसर का इलाज नहीं है। अगर कोई इस बीमारी की चपेट में आ चुका है, तो जल्द से जल्द डॉक्टरी उपचार करवाना जरूरी है।

3. प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ाए लौंग का तेल

लौंग के तेल का उपयोग प्रतिरक्षा प्रणाली यानी इम्यून सिस्टम को बूस्ट करने के लिए भी किया जा सकता है। इस विषय से जुड़े एनसीबीआई की वेबसाइट पर प्रकाशित एक शोध के अनुसार, लौंग का तेल ह्यूमोरल इम्यून प्रतिक्रिया (humoral immune response) को बढ़ाकर और सेल  मेडियाटेड इम्यूनिटी (cell mediated immunity) को कम करके शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को मॉड्यूलेट करने का काम कर सकता है। बता दें कि ह्यूमोरल इम्यून प्रतिक्रिया वो होती है, जिसमें एंटीबॉडी शामिल होते हैं, जबकि सेल मेडियाटेड इम्यून प्रतिक्रिया में एंटीबॉडी शामिल नहीं होते हैं (4)। वहीं, एंटीबॉडी वो खास प्रोटीन होते हैं, जिनका उत्पादन शरीर का इम्यून सिस्टम करता है। यह एंटीबॉडी शरीर को एंटीजेन यानी बैक्टीरिया, फंगस और वायरस से बचाने का काम करते हैं

4. संक्रमण से राहत दिलाए लौंग का तेल

लौंग के तेल का उपयोग कई प्रकार के संक्रमण को दूर करने के लिए भी किया जा सकता है। जैसा कि हमने ऊपर बताया कि लौंग के तेल में यूजेनॉल नामक एक खास यौगिक पाया जाता है, जो एंटीबैक्टीरियल और एंटीफंगल गुणों से समृद्ध होता है। ये गुण शरीर को बैक्टीरियल और फंगल संक्रमण से बचाने में मददगार हो सकते हैं (2)। इसके अलावा, एक अन्य शोध में पाया गया है कि लौंग के तेल में पाया जाने वाले यूजेनॉल में एंटीकैंडिडल (anticandidal) गुण मौजूद होता है, जो कैंडिडा संक्रमण से बचाव में लाभकारी हो सकता है

5. स्वस्थ हृदय के लिए लौंग का तेल

लौंग का तेल हृदय को स्वस्थ बनाए रखने में मदद कर सकता है। यहां भी यूजेनॉल के लाभ देखे जा सकते हैं। दरअसल, एनसीबीआई द्वारा प्रकाशित एक शोध में जिक्र मिलता है कि यूजेनॉल से समृद्ध पौधों का इस्तेमाल उच्च रक्तचाप के घरेलू उपचार के लिए किया जाता है (7)। वहीं, जैसा कि हम बता चुके हैं कि लौंग के तेल में भी यूजेनॉल पाया जाता है। इस आधार पर कहा जा सकता है कि लौंग का तेल उच्च रक्तचाप को कम कर हाई ब्लड प्रेशर से जुड़े हृदय जोखिम को कम करने में सहायक हो सकता है। फिलहाल, इस विषय पर अभी और शोध किए जाने की आवश्यकता है।

6. मतली के इलाज में लौंग के तेल के फायदे

लौंग के तेल का उपयोग मतली को नियंत्रित करने में प्रभावी हो सकता है। इस विषय से जुड़ा एक शोध एनसीबीआई की वेबसाइट पर प्रकाशित किया गया। शोध में पाया गया कि लौंग के तेल में पाया जाने वाला यूजेनॉल नामक यौगिक मतली की समस्या को दूर करने में मददगार हो सकता है

7. यौन क्षमता के लिए लौंग तेल के फायदे

लौंग के तेल का उपयोग न सिर्फ बेहतर स्वास्थ्य के लिए किया जा सकता है, बल्कि यह यौन रोगों के उपचार के लिए फायदेमंद हो सकता है। एनसीबीआई की वेबसाइट पर प्रकाशित चूहों पर किए गए एक शोध में जिक्र मिलता है कि लौंग के अर्क का इस्तेमाल बिना किसी नुकसान के यौग गतिविधि को बढ़ाने का काम कर सकता है (8)। इस आधार पर कहा जा सकता है कि लौंग के तेल का इस्तेमाल यौन स्वास्थ्य के लिए लाभकारी सिद्ध हो सकता है। फिलहाल, इस विषय पर अभी और सटीक शोध की आवश्यकता है।

8. तनाव दूर करने के लिए लौंग के तेल के लाभ

खुशबूदार लौंग की कलियों के तेल का उपयोग तनाव की समस्या में किया जा सकता है। इसमें पाए जाने वाले यूजेनॉल में एंटी स्ट्रेस गुण होते हैं, जो तनाव को दूर करने में मदद कर सकते हैं (9)। वहीं, लौंग के तेल से शरीर पर की गई मालिश तुरंत शरीर को तरोताजा कर सकती है। साथ ही यह दिमाग को शांत रखता है व मानसिक थकावट को दूर करने में भी मदद कर सकता है

9. पाचन तंत्र को ठीक करने में लौंग तेल के फायदे

पाचन तंत्र को ठीक करने के लिए लौंग के तेल का उपयोग किया जा सकता है। साथ ही यह गैस और पेट फूलने की समस्या में भी लाभकारी सिद्ध हो सकता (10)। हालांकि, लौंग के तेल की इस कार्यप्रणाली को लेकर अभी और शोध की आवश्यकता है।

10. कान का दर्द दूर करने के लिए लौंग के तेल के लाभ

कान दर्द की समस्या में भी लौंग का तेल लाभकारी हो सकता है। दरअसल, इससे जुड़े एक शोध में जिक्र मिलता है कि तिल के तेल के साथ लौंग का तेल मिलाकर और फिर हल्का गर्म कर कान में डालने से कान दर्द से राहत मिल सकती है। इस गुण के पीछे लौंग के तेल के एनेस्थेटिक गुण कारगर हो सकते हैं (10)। बेशक, वैज्ञानिक प्रमाण में यह बताया गया है कि लौंग का तेल इस्तेमाल करने से कान का दर्द दूर हो सकता है, लेकिन बेहतर यही होगा कि डॉक्टर से पूछकर ही इसका उपयोग किया जाए।

11. पेट दर्द को कम करने में लौंग तेल के फायदे

पेट दर्द की समस्या को लौंग के तेल के द्वारा दूर किया जा सकता है। यहां भी लौंग के तेल में मौजूद यूजेनॉल के फायदे देखे जा सकते हैं। इससे जुड़े एक शोध में जिक्र मिलता है कि यूजेनॉल गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल समस्या जैसे पेट में दर्द से राहत दिलाने में सहायक हो सकता है

12. हैजा को दूर करने के लिए लौंग तेल के फायदे

जानकारी के अनुसार हैजा दूषित पानी या भोजन का सेवन करने की वजह से हो सकता है (11)। हैजा की इस अवस्था में लौंग का तेल फायदेमंद हो सकता है। एनसीबीआई की वेबसाइट पर प्रकाशित एक शोध के अनुसार, क्लोव एक्सट्रैक्ट में माैजूद एंटीबैक्टीरियल गुण हैजा का संक्रमण फैलाने वाले बैक्टीरिया विब्रियो कोलेरा (Vibrio cholerae) से बचाव में कारगर हो सकते हैं (12)। फिलहाल, इस विषय पर अभी और शोध किए जाने की आवश्यकता है।

13. मुंहासों को दूर करने के लिए लौंग के तेल के लाभ

चेहरे के लिए लौंग के तेल लाभ देखे जा सकते हैं। दरअसल, एक शोध में पाया गया है कि लौंग के तेल में पाया जाने वाला एंटीबैक्टीरियल गुण प्रोपियोनीबैक्टीरियम एक्ने (Propionibacterium acnes) के खिलाफ प्रभावी रूप से काम कर सकता है। प्रोपियोनीबैक्टीरियम एक्ने एक प्रकार का बैक्टीरिया होता है, जो मुंहासों का कारण बनता है (13)। हालांकि, लौंग का तेल और किस प्रकार त्वचा के लिए फायदेमंद हो सकता है, इसे लेकर अभी और शोध की आवश्यकता है।

14. बालों के विकास के लिए लौंग के तेल के फायदे

सिर और बालों पर थोड़ी मात्रा में लौंग का तेल लगाने से बालों का गिरना कम हो सकता है और बालों के विकास में मदद मिल सकती है। लौंग के तेल में यूजेनॉल पाया जाता है, जो बालों के विकास में मददगार हो सकता है

लौंग के तेल का उपयोग – How to Use Clove Oil in Hindi

लौंग के तेल का उपयोग कई प्रकार से किया जा सकता है। नीचे हम इसके उपयोग के तरीके बता रहे हैं (10)।

  •  थकान और सिरदर्द के लिए लौंग के तेल की अरोमाथेरेपी ली जा सकती है।
  • कान दर्द के लिए लौंग के तेल को तिल के तेल के साथ सहने योग्य गर्म करके कान में डाला जा सकता है।
  • इसमें एंटीफंगल गुण होते हैं, इसलिए इसे सीधे फंगल संक्रमण से प्रभावित त्वचा जैसे दाद पर लगाया जा सकता है।
  • नाखूनों के फंगल संक्रमण के लिए भी इसे प्रभावित क्षेत्र पर लगाया जा सकता है।
  • मसूड़ों में दर्द की समस्या में भी इसकी कुछ बूंदों को सीधे प्रभावित जगह पर लगाया जा सकता है। चाहें, तो एक कप गुनगुने पानी में इसकी कुछ बूंदों को डालकर गरारा कर सकते हैं।
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