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साबूदाना कब खाना चाहिए-When To Eat Sabudana

साबूदाना अपने यहां अक्सर व्रत के दौरान ही खाया जाता है। इसमें स्टार्च की अच्छी मात्रा होती है जो कि शरीर को एनर्जी देने का काम करता है। इसके अलावा इसमें प्रोटीन, फाइबर, आयरन, फोलेट, विटामिन बी 5 और बी6 सहित कई पोषक तत्व पाए जाते हैं। लेकिन आपको यह जान कर हैरानी हो सकती है साबूदाने में बस 0.03 फैट होता जिस वजह से वे लोग भी इसे आराम स खा सकते हैं जो कि फैटी फूड्स के सेवन से परहेज करते हैं। इसके अलावा कुछ स्वास्थ्य समस्याओं में साबूदाना खाना फायदेमंद है। तो, आइए जानते हैं किन बीमारियों में साबूदाना खा सकते हैं।

1. ग्लूटेन इनटोलरेंस की समस्या में (Sabudana Is Good For Gluten Intolerance)

गेहूं जैसे अनाज में ग्लूटेन प्रोटीन होता है जो कि बहुत से लोगों को नहीं पचता है। जबकि भारतीय व्यंजनों में एक नियमित घटक है। ऐसे में साबूदाना खाना फायदेमंद हो सकता है। ये कार्बनिक रूप से लस मुक्त यानी कि ग्लूटेन फ्री होता है और गेहूं की जगह आप इसे चपाती, डोसा और मिठाई आदि तैयार करके खा सकते हैं। साथ ही ये सीलिएक रोग के रोगियों के लिए भी फायदेमंद है

2. डायबिटीज में (Sabudana Is Good For Diabetes)

साबूदाना डायबिटीज के लोगों के लिए काफी सुरक्षित माना जाता है क्योंकि यह कम ग्लाइसेमिक इंडेक्स के कारण ब्लड शुगर के स्तर को तुरंत नहीं बढ़ाता है। हालांकि साबूदाना में तत्काल ऊर्जा के लिए कैलोरी और कार्बोहाइड्रेट की मात्रा अधिक होती है, लेकिन इसमें ढेर सारे फाइटेट्स, टैनिन, पॉलीफेनोल्स – पादप रसायन होते हैं जो पाचन प्रक्रिया को धीमा कर देते हैं।इसके अलावा, पाचन में आसानी और फाइबर की प्रचुर मात्रा के कारण डायबिटीज में मोटापा और दिल की बीमारियों को रोकता है। डायबिटीज के मरीजों को नमकीन साबूदाना या फिर साबूदाने की रोटी खानी चाहिए।

3. पाचन तंत्र खराब होने पर (Sabudana Is Good In Poor Metabolism)

साबूदाना का स्टार्च और फाइबर शरीर में आसानी से पच जाता है। साथ ही इसका चयापचय भी बेहद आसान होता है जिससे ऊर्जा की जरूरतों और कोशिकाओं और टिशूज के जैव रासायनिक कार्यों के लिए ग्लूकोज उत्पन्न होता है। साथ ही इसका फाइबर मेटाबोलिक रेट को भी तेज कर देता है और कब्ज, बदहजमी और दूसरी समस्याओं से बचाव में मदद करता है। पाचन तंत्र ठीक करने के लिए रोज सुबह नाश्ते में साबूदाना की खिचड़ी या फिर डोसा आदि शामिल करें।

4. एनीमिया रोग में (Sabudana Is Good In Anemia)

आयरन की कमी से होने वाला एनीमिया हर साल अनगिनत भारतीय पुरुषों, महिलाओं और बच्चों को प्रभावित करता है, जिससे अत्यधिक थकान और दूसरी समस्याएं होने लगती हैं। साबूदाना आयरन का एक पावरहाउस है, जो खून में कम हीमोग्लोबिन के स्तर का वाले लोगों के लिए वरदान की तरह काम करता है, इस प्रकार एनीमिया का प्रभावी ढंग से इलाज करता है। ऐसे में आप लंच में या फिर रात में साबूदाने की खिचड़ी खाएं।

5. दस्त का इलाज करता है (Sabudana Is Good For Diarrhoea)

साबूदाना फाइबर से भरपूर है। ये ऐसा फूड है जिसका मल त्याग पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है, मल थोक को नियंत्रित करता है और आंतों के भीतर भोजन और अन्य सामग्रियों के मार्ग को बढ़ावा देता है। इस प्रकार, नाश्ते में साबूदाने के साथ भोजन करने से स्वस्थ चयापचय को बढ़ावा मिलता है, दस्त का उपचार होता है।

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